टॉय ट्रेन से आप खूबसूरत घाटियों और अंधेरी संकरी सुरंगों से गुजरते हुए घने जंगलों और पहाड़ों के मनोरम दृश्य का आनंद ले सकते हैं। भारत के प्रसिद्ध रेलवे ट्रैकों की सूची देखें जहां आप टॉय ट्रेन का आनंद ले सकते हैं।
शिमला, महाराष्ट्र, कांगड़ा घाटी, दार्जीलिंग जैसी खूबसूरत जगहों पर टॉय ट्रेन चलती हैं। आप भी इस वीकेंड अपने दोस्तों या फैमिली के साथ टॉय ट्रेन की सवारी का लुत्फ उठा सकते हैं।
टॉय ट्रेन की यात्रा बच्चों के साथ-साथ बड़े लोगों को भी काफी आकर्षित करती है। ऐसी टॉय ट्रेन में घूमने के लिए बच्चे सबसे ज्यादा उत्साहित होते हैं।
अगर आप परिवार के साथ घूमने का मन बना रहे हैं, तो कहीं और जाने की बजाए, परिवार संग भारत की इन शानदार टॉय ट्रेन का मजा लें।
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध, कालका-शिमला भारत में चलने वाली बहुत कम खिलौना ट्रेनों में से एक है। यह हरी-भरी पहाड़ियों से होकर गुजरता है और आसपास की सुंदरता का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। 96 किमी लंबा कालका-शिमला मार्ग पतली रेल पटरियों से होकर गुजरता है जिसमें 103 सुरंगें और 850 से अधिक पुल शामिल हैं। कालका-शिमला टॉय ट्रेन लगभग 5.5 घंटे का समय लेती है। ऐसा अनुभव आपको जीवन भर याद रहेगा.
यदि आप दार्जिलिंग हिमालयन टॉय ट्रेन में सवार हैं, तो आपको यहां बर्फ से ढके पहाड़, टेढ़े-मेढ़े मोड़ और रोमांचक खड़ी ढलानें देखने को मिलेंगी। मनमोहक सुंदर दृश्य आपको आश्चर्यचकित कर देंगे कि इतनी शानदार जगह पर कोई ट्रेन कैसे बना सकता है। ट्रेन से आप कंचनजंगा चोटी और दार्जिलिंग शहर का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।
नीलगिरि माउंटेन रेलवे की शुरुआत सन् में किया गया था, जो दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के दो प्रसिद्ध हिल स्टेशनों ऊटी और कूनूर को जोड़ती है। इस ट्रेन को भी यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है।
कांगड़ा घाटीकांगड़ा घाटी रेलवे, भारत में और हेरिटेज टॉय ट्रेन है। ये ट्रेन पठानकोट और जोगिंदरनगर के बीच चलती है।
महाराष्ट्र के एक छोटे हिल स्टेशन माथेरान से नेरल के बीच चलने वाली यह टॉय ट्रेन लगभग 20 किमी. की दूरी तय करती है। महाराष्ट्र में स्थित माथेरान एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसकी दूरी मुंबई शहर से करीब 110 किमी. है।