जयपुर में खोले के हनुमानजी से वैष्णो देवी माता मंदिर तक बना रोपवे

छोटीकाशी जयपुर की पहचान एक प्रसिद्ध मंदिर और पर्यटन स्थल के रूप में है। जयपुर में सिर्फ विदेशी ही नहीं बल्कि भारतीय श्रद्धालु और पर्यटक भी मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन के लिए आते हैं। जिसके चलते प्रमुख मंदिरों में दिन भर भक्तों का तांता लगा रहता है.

शहर में खोले के हनुमानजी मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर के सबसे बड़े पेसेंजर रोप-वे का निर्माण हुआ है।

इस रोप-वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप-वे होगा। यह प्रदेश का पांचवां और जयपुर जिले के सामोद हनुमानजी रोप-वे के बाद दूसरा रोप-वे होगा।

अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णोमाता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप-वे बनाया गया है।

पांच टावरों पर संचालित किये जाने वाले रोप-वे की उंचाई 85 मीटर होगी।उनका कहना था कि 24 ट्रॉली वाले इस रोप वे की क्षमता 800 यात्री प्रति घंटा होगी।

रोप-वे निर्माण करने वाली फर्म को पांच साल तक के बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ-साथ दिव्यांगों को रोप-वे के जरिये निःशुल्क सफर करवाने का निर्देश दिया गया है।

रोप-वे के एक तरफ का सफर करीब साढ़े चार मिनट में पूरा होगा। इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा।

किराया 150 रुपये प्रति व्यक्ति है और 5 साल के उम्र के बच्चों के लिए किराया 75 रुपये होगा.

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