फतेह सागर झील उदयपुर के उत्तर-पश्चिम में स्थित एक बहुत ही शानदार झील है जो इस शहर के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है। 

फतेह सागर झील का इतिहास और घूमने की जानकारी

अरावली पहाड़ियों से घिरे शहर उदयपुर में यह दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।  

महाराणा जय सिंह ने वर्ष 1687 में फतेह सागर झील का निर्माण किया था।

यहाँ मोती मगरी रोड पर पर्यटक गाड़ी से फतेह सागर झील की परिधि में आसानी से जा सकता है और यहां से पूरी झील के आकर्षक नजारे को देख सकता है। 

फतेह सागर झील शहर की शहर की चार झीलों में से एक होने की वजह से यहाँ पर पर्यटकों की काफी भीड़ आती है। इस जगह पर लोग नीले पानी में बोटिंग का मजा लेने और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को देखने जरुर आते हैं। फतेह सागर झील की प्राकृतिक सुंदरता और आकर्षण ने इसको एक खास पर्यटन स्थल बना दिया है।

बता दें मूल रूप से फतेह सागर झील का निर्माण महाराणा जय सिंह ने वर्ष 1687 में किया था। हालांकि, लगभग 200 साल बाद 1888 में बाढ़ में नष्ट हो जाने के बाद महाराणा फतेह सिंह ने 1889 में कनॉट बांध बनाया, जिसने वर्तमान झील को आकार दिया और उन्हें सम्मानित करने के लिए इसका नाम बदलकर फतेह सागर झील रखा गया। 

मानसून के मौसम में उदयपुर का तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्यिस के बीच रहता है, इसलिए यह समय झील की यात्रा करने का एक आदर्श समय है। झील के पास जाने का सबसे अच्छा समय शाम का है क्योंकि इस दौरान आप यहां सूर्यास्त के लुभावने दृश्य को देख सकते हैं। 

शहर का खास पर्यटन स्थल होने की वजह से फतेह सागर झील की यात्रा करने के लिए हर तरह के पर्यटक आते हैं। इस प्राकृतिक जगह पर आकर आप यहाँ नाव से सैर कर सकते हैं और यहां दोपहर के समय बैठकर झील के पास स्थानीय पक्षियों को देख सकते हैं। आप यहां की फोटोग्राफी भी कर सकते हैं और अपने परिवार के लोगों के साथ सैर सपाटा भी कर सकते हैं।  

नाव की सवारी – भारतीय – 15-30 रूपये – विदेशी नागरिक- 60-125 रूपये मोटरबोट – व्यस्क- 200 रूपये – बच्चों के लिए- 100 रूपये स्पीडबोट – 200 रूपये 30 मिनट के लिए (सुबह 8:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक)

फतेहसागर झील राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित है। यहाँ आप ऑटो रिक्शा या टैक्सी की मदद से आसानी से झील तक पहुँच सकते हैं।

फतेह सागर झील में बोटिंग करे बिना आपकी यहां की यात्रा पूरी नहीं हो सकती इसलिए अगर आप इस झील को घूमने के लिए आ रहे हैं तो आपको यहाँ के खास वाटरस्पोर्ट्स जैसे झील के पानी बोटिंग का मजा जरुर लेना चाहिए।

श्री माता वैष्णों देवी जी की यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी