भारत में एक जगह ऐसी भी है जहां हनुमान जी की मूर्ति काली है।  

आपको सुनकर हैरानी होगी कि हनुमान जी का रंग काला कैसे हो सकता है। लेकिन, इसके पीछे एक बेहद दिलचस्प कहानी छिपी है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में भगवान हनुमान का एक अनोखा दरबार है। यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का इकलौता हनुमान दरबार है जहां हनुमान जी काले रूप में विराजमान हैं।

दोस्तों आप सभी जानते ही होंगे कि हनुमान जी सूर्य देव के शिष्य थे और उनकी शिक्षा और दीक्षा सूर्य देव के यहां ही संपन्न हुई थी। हनुमान जी के सांवले रंग का रहस्य उस समय से शुरू होता है जब हनुमान जी की शिक्षा समाप्त हो गई थी और हनुमान जी सूर्यलोक से अंजन प्रदेश में अपने घर लौटने वाले थे।

जब हनुमान जी ने सूर्य देव से पूछा कि गुरुदेव मैं आपको गुरु दक्षिणा में क्या दूं। तब सूर्य देव ने हनुमान जी से कहा कि मारुति, मेरा पुत्र शनि मुझसे अच्छे से बात भी नहीं करता है। यदि आप हमारे बीच इस अलगाव को समाप्त कर एकता का संबंध स्थापित करते हैं, तो मैं उसे आपकी गुरु दक्षिणा के रूप में स्वीकार करूंगा।