खाटू श्याम के बारे में मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने कहा था कि जो भी सच्चे मन से खाटू श्याम के दर्शन करने आता है और सच्चे मन से उन्हें याद करता है उसके सभी बिगड़े काम बन जाते हैं और आज भी खाटू श्याम मंदिर में लाखों लोग आते हैं। मैं उनसे मिलने आता हूं.
बाबा के दरबार में एक अर्जी या अरदास लगाई जाती है और इस अर्जी या अरदास की मदद से खाटू श्याम सभी दुखों को दूर कर देते हैं।
ऐसे श्याम भक्त जो खाटू में आ कर अपनी अर्जी नहीं लगा सकते वो अपने घर से भी बाबा श्याम की अर्जी लगा सकते हैं।
वैसे तो कोई भी श्याम भक्त बाबा श्याम से गुहार लगा सकता है, लेकिन आपकी समस्या अर्जी लगाने लायक होनी चाहिए. ज्यादातर आवेदन खासकर वो लोग करते हैं जो खाटू श्याम मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए नहीं आ पाते, जैसे कोई विदेश में है, कोई बीमार है या फिर कोई किसी कारणवश आने की स्थिति में नहीं है.
आजकल बहुत से श्याम मंदिरों में अर्जी के लिए पेटी या बक्सा भी रखा जाने लगा है, जहाँ पर श्याम भक्त अपनी अर्जी दे सकते हैं। बाद में इन अर्जियों को खाटू के श्याम मंदिर में बाबा के चरणों में अर्पित कर दिया जाता है।
आप अपनी अर्जी चिट्ठी के माध्यम से डाक द्वारा सीधा खाटू श्याम मंदिर में भी भेज सकते हैं। अगर आपका कोई परिचित खाटू श्याम मंदिर में दर्शनों के लिए जा रहा हो आप अपनी अर्जी उसके साथ भी भेज सकते हैं।
ध्यान दें कि अगर आपकी प्रार्थना सच्ची है तो आप दुनिया के किसी भी कोने में हो, श्याम बाबा आपकी प्रार्थना जरूर सुनते हैं।
तो इस प्रकार हम समझ सकते हैं कि अगर आप अपनी अर्जी खाटू के मंदिर में नहीं भेज पा रहे हो तो इसे किसी भी निकटवर्ती श्याम मंदिर में भेज सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि अर्जी लगाने के लिए कागज और पेन बिलकुल नये होने चाहिए। पेन में स्याही लाल रंग की होनी चाहिए। बहुत से लोग अर्जी लगाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन करते हैं जो इस प्रकार है - इस प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले नए कागज पर, नए पेन से लाल स्याही में अपनी प्रार्थना को लिखें। फिर इसे रक्षासूत्र में काम में आने वाले धागे यानि मौली से एक सूखे नारियल के साथ बाँध दे। अब अपनी श्रद्धानुसार या 11 रुपये की भेंट के साथ श्याम मंदिर में पहुँचा दे। आपकी अर्जी बाबा के दरबार में लग जाएगी।
ऐसा माना जाता है कि अर्जी लगाने के लिए कागज और पेन बिलकुल नये होने चाहिए। पेन में स्याही लाल रंग की होनी चाहिए। बहुत से लोग अर्जी लगाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन करते हैं जो इस प्रकार है - इस प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले नए कागज पर, नए पेन से लाल स्याही में अपनी प्रार्थना को लिखें। फिर इसे रक्षासूत्र में काम में आने वाले धागे यानि मौली से एक सूखे नारियल के साथ बाँध दे। अब अपनी श्रद्धानुसार या 11 रुपये की भेंट के साथ श्याम मंदिर में पहुँचा दे। आपकी अर्जी बाबा के दरबार में लग जाएगी।