सालासर के चमत्कारी श्री बालाजी मंदिर का विशेष महत्व है।
सालासर बालाजी मंदिर के इतिहास में हनुमानजी ने पहली बार मोहनदास को दाढ़ी-मूंछ के रूप में दर्शन दिए थे, तब मोहनदास ने बालाजी को इसी रूप में प्रकट होने को कहा था।
यही वजह है कि यहां दाढ़ी-मूंछ में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित है। सालासर में कुएँ हैं, ऐसा माना जाता है कि इन कुओं का पानी बालाजी के आशीर्वाद के कारण है।