भारत के उत्तराखंड राज्य में चमोली जिले में बेहद ही खूबसूरत जगह है "औली" जिसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इस खूबसूरत जगह के बारे में

भारत का मिनी स्विट्जरलैंड "औली" हर बार एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता नजर आता है। औली भारत के पसंदीदा हिमालयी स्थलों में से एक है।

औली उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 3,000 मीटर है। यहां से कई पर्वत श्रृंखलाएं दिखाई देती हैं।

इसके अलावा यहां कई तरह की साहसिक गतिविधियां भी की जाती हैं। इसे भारत में सबसे अच्छे स्कीइंग स्थलों में से एक माना जाता है। यहां की खूबसूरती देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।

सर्दी के मौसम में यहां खूब बर्फबारी होती है। चारों तरफ बर्फ की चादर बिछने के बाद इस जगह की खूबसूरती दस गुना ज्यादा बढ़ जाती है। यहां बर्फ रुई जैसी मुलायम गिरती है।

बेशक, औली जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों में है जब आप बर्फ से संबंधित गतिविधियों की पूरी श्रृंखला का आनंद ले सकते हैं। 

जोशीमठ से औली को जोड़ने वाला 4.15 किमी लंबा रोपवे एशिया का दूसरा सबसे लंबा रोपवे है। यह रोपवे दस टावरों के माध्यम से लोगों को समुद्र तल से दस हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित औली तक ले जाता है। 22 किमी लंबा यह रोपवे एशिया का दूसरा सबसे लंबा रोपवे है। इसकी स्पीड देश के अन्य रोपवे से अधिक मानी जाती है। केबिन में एक बार में 25 पर्यटक रह सकते हैं।

समुद्रतल से 23490 फीट ऊपर स्थित त्रिशूल पर्वत, औली का एक प्रमुख आकर्षण है। इस पर्वत का नाम भगवान शिव के त्रिशूल से लिया गया है। एक रहस्यमयी जलाशय, रूपकुंड झील इस पर्वत के नीचे स्थित है। 

चिनाब झील एक सुंदर झील है जो डांग पर स्थित है। डांग एक छोटा सा गांव है। चिनाब झील को देखने के लिए  बहुत ऊंची चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। अगर आप चढ़ाई चढ़ सकते हैं, तो इस जगह पर जरूर जाएं, क्योंकि यहां का मनोरम दृश्य देखने का मौका बार-बार नहीं मिलता।

औली की आर्टिफिशियल लेक एक प्राचीन झील है, जो एक बहुत ही ऊंचाई पर स्थित है और  दुनिया की सबसे ऊंची मानव निर्मित झीलों में से एक है। सरकार द्वारा यह झील कम बर्फबारी के महीनों में स्की ढलानों पर कृत्रिम बर्फ उपलब्ध कराने के लिए बनवाई गई थी। 

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