महाराष्ट्र में कई पहाड़ियाँ हैं, कुछ बहुत प्रसिद्ध हैं और कुछ घुमक्कड़ों की नज़रों से दूर हैं। ऐसी ही एक जगह है वरंधा घाट, जो पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला के शीर्ष पर स्थित है।
यह अपने खूबसूरत दूधिया झरनों, झीलों और घने जंगलों के लिए जाना जाता है, इस घाट के रास्ते में आपको कई दूधिया झरने और धुंधले बादल दिखाई देंगे जो बहुत ही मनोरम लगते हैं।
वरंधा घाट महाड़-भोर-पुणे मार्ग पर स्थित है, भोर होते हुए पुणे जाने के लिए इसी घाट मार्ग का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
यह पुणे से 108 किलोमीटर (67 मील) दूर है, यह घाट लगभग 10 किलोमीटर (6.2 मील) तक फैला हुआ है।
जब आप यहां यात्रा करेंगे तो आपको घूमने वालों के बीच लोकप्रिय मुहावरा "सफर मंजिल से भी है ज्यादा खूबसूरत" का एहसास होगा, रास्ते में कई जगहें हैं जहां आप अपनी कार रोक सकते हैं और तस्वीरें ले सकते हैं।
वैसे तो यहाँ आप साल के किसी भी दिन जा सकते है मगर मानसून में जब अत्यधिक बारिश होती है तब यहाँ का रास्ता बंद कर दिया जाता है।
इसलिए यहाँ निकलने से पहले अपने स्तर पर इसके बारे में जरूर पता कर ले। यहाँ से लगभग 15 किमी दूर शिवथर घल एक प्रसिद्ध पर्यटन/धार्मिक स्थल है।
जिला प्रशासन ने घाट पर भारी वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के दो दिन बाद शनिवार को कहा कि मानसून के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वरंधा घाट पर सभी वाहनों की आवाजाही 22 जुलाई से 30 सितंबर के बीच बंद कर दी गई है।
यह घाट भोर से आगे स्थित है और पुणे और रायग को जोड़ता है।