अमरनाथ यात्रा 2023 कैसे करें?  और अमरनाथ यात्रा से जुड़ी जानकारी

अमरनाथ मंदिर की गुफा बेहद रहस्यमय है जहां हर साल बर्फ द्वारा भगवान के अदभुद शिवलिंग का निर्माण होता है जिनकी संरचना को स्वयंभू हिमानी शिवलिंग के नाम से जाना जाता है।

इस साल यानी की 2023 में अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई (शनिवार) से शुरू हो रही है. अमरनाथ यात्रा के पहले दिन 4 शुभ संयोग बन रहे हैं, जो इस दिन को और भी खास बना रहे हैं.

इस साल अमरनाथ यात्रा 62 दिनों की है. इसका समापन श्रावण पूर्णिमा के दिन होगा.  

अमरनाथ यात्रा के लिए केवल 13 वर्ष से 74 वर्ष की आयु के लोग ही जा सकते हैं। 

अमरनाथ यात्रा के पंजीकरण 17 अप्रैल 2023  से शुरू हो चुके है। पंजीकरण करने के लिए आपको Shrine Board की इस वेबसाइट पर जाना होगा।  लेकिन उससे पहले आपको इस यात्रा पर जाने के लिए Shrine Board के द्वारा दी गयी मेडिकल करने वाले हॉस्पिटल और डॉक्टर की लिस्ट जारी की है। जिनके द्वारा आपको सबसे पहले अपना मेडिकल टेस्ट करवाना होगा।  

अमरनाथ यात्रा के लिए दो विकल्प हैं, पहला मार्ग पहलगाम से जाता है और दूसरा सोनमर्ग बालटाल से। पहलगाम अमरनाथ यात्रा का बेस कैंप है, जहां से तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा के लिए अपनी यात्रा शुरू करते हैं।  

पहलगाम का रास्ता बालटाल से आसान है, इसलिए सरकार भी तीर्थयात्रियों को इसी रास्ते से जाने का सुझाव देती है। 

लेकिन 2023 की यात्रा के लिए बालटाल वाला छोटा रास्ता काफी डेवलप हो गया है। 16 km के रूट पर 11 km रोड बनने से राह आसान हो गई है हालांकि 5km राह अब भी संकरी है। बालटाल से शुरू के 800 मीटर डामर सड़क बन गई है। आगे की 2km डोमेल तक पेवर ब्लॉक की सड़क है। वहा से बराड़ी तक 8km कच्ची सड़क है। हालांकि इसे चौड़ा किया गया है। इससे आगे 5km ढलान के साथ खडी चढ़ाई है। गुफा तक सड़क का काम जारी है। 

अमरनाथ की गुफाएँ 13,500 फीट की ऊँचाई पर हैं जहाँ मौसम बहुत ही कठोर होता है | हवा का दबाव कम है और आप तेज़ यू.वी. विकिरणों के संपर्क में रहते हैं। इसलिए, आपको जी मचलना, सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।

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