भानगढ़ के किले को देश का सबसे प्रेतवाधित जगह घोषित किया है। शाम होने के बाद किले मे रहना प्रतिबंधित है।

शाम होने से पहले लोगों को भानगढ़ के किले से बाहर निकल जाना होता है। शाम के बाद यहां रुकने की मनाही होती है। 

भानगढ़ के किले से जुड़ी कुछ कहानियां हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, भानगढ़ का किला शापित हैं। इसे गुरु बालू नाथ नाम के साधु ने श्राप दिया था। मान्य़ता है कि जब इस किले का निर्माण होना शुर हुआ, तब एक साधु महाराज वहां पर ध्यान लगाकर बैठे थे। राजा ने उनसे अनुरोध किया कि वह यहां किला बनवाना चाहते हैं। साधु ने किला बनाने की इजाजत देते हुए शर्त रखी कि किले की छाया उन्हें न छुए।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, एक बार तीन लड़कों ने सूर्यास्त के बाद भानगढ़ के किले में रहने का फैसला लिया। वह किले की वास्तविकता जानना चाहते थे। लेकिन उस शाम कुछ ऐसा हुआ कि एक लड़का कुए में गिर गया। किसी तरह अन्य दो उसे बाहर निकालकर जान बचाई। सभी भानगढ़ से निकल कर भागे लेकिन इस दौरान तीनों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।

इस तरह के किस्सों के बाद भानगढ़ के किले के अंदर रात में रहना प्रतिबंधित है।

एएसआई यानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने एक बोर्ड लगाकर चेतावनी दी है कि भानगढ़ किला परिसर में सूर्यास्त के बाद से सूरज उगने तक न रहा जाए।

कहा जाता है कि जो कोई भी आजतक रात में किले के अंदर रहने में कामयाब रहा, वह वहां की कहानी बताने लायक नहीं रहा। इसी वजह से माना जाता है कि इस किले में भूत रहते हैं।