खूबसूरती से भरपूर तुंगनाथ की चंद्रशिला पीक ट्रेक जो है सबसे लोकप्रिय ट्रेक
चंद्रशिला उत्तराखंड के रुद्र प्रयाग जिले के तुंगनाथ गांव का शिखर बिंदु है। चंद्रशिला को "मून रॉक" के नाम से भी जाना जाता है। चंद्रशिला को पांच चोटियों नंदा देवी, त्रिशूल, केदार, बंदरपंच और चौखंबा के शिखर के रूप में भी जाना जाता है।
समुद्र तल से लगभग 4000 मीटर की उंचाई पर स्थित चंद्रशिला एक आकर्षित पर्यटन स्थल है। चंद्रशिला पर्यटन स्थल हिमालय की तरह दिखाई देता हैं। चन्द्रशिला और तुंगनाथ पर्यटन के बीच की दूरी लगभग 3-4 किलोमीटर है।
चंद्रशिला ट्रेक भारतीय ट्रैकिंग प्रेमियों के लिए सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। चोटी तक का रास्ता 5 किमी है। चोपता से शुरू होने वाला ट्रेक मार्ग तुंगनाथ (दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर) तक जाता है, यहां से एक किलोमीटर लंबा ट्रेक है। खड़ी चढ़ाई इस ट्रेक को कठिन बनाती है।
यह ट्रेक पूरे वर्ष में पूरा किया जाता है, हालांकि सर्दियों के मौसम में बर्फबारी के कारण यह ट्रेक कठिन हो जाता है क्योंकि चोपता के लिए रास्ता बंद हो जाता है। ट्रेकर्स इस अवधि के दौरान एक अलग मार्ग का उपयोग करते हैं।
अगर आप चंद्रशिला शिखरकी यात्रा का प्लान बना रहे है तो आपको बता दे कि यहाँ एटीएम, पेट्रोल पंप जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. इसीलिए पेट्रोल और पेसे प्रयाप्त मात्रा में ले कर चले.
चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान आप ट्रैकिंग जूते, सर्दियों की जैकेट, सनस्क्रीन, पानी और नियमित दवाईयां अवश्य साथ ले कर चले।
चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान बर्फ पर फिसलने की उच्च संभावना रहती है इसीलिये वाटरप्रूफ ट्रेकिंग जूते साथ ले और आप ट्रेक के दौरान अतिरिक्त सहायता के लिए एक छड़ी भी साथ ले जा सकते हैं।
अगर आप यहाँ विंटर्स के दौरान आते है तो एक गाइड को साथ ले सकते हैं क्योंकि इस समय चंद्रशिला के लिए ट्रेक पूरी तरह से बर्फ से ढंके होते है।
चंद्रशिला शिखर कि यात्रा के दोरान बारिश होने पर अपने आप को बचाने के लिए रेनकोट अपने जरूर साथ रखें। मार्ग पर कोई प्रमुख कवरिंग हॉल्टिंग पॉइंट नहीं हैं।
विश्व का सबसे ऊंचा शिव मंदिर तुंगनाथ मंदिर चोपता उत्तराखंड