– इस चौकी ढाणी के महत्व का कारण यहाँ की जीवन शैली, कलाकृतियाँ, चित्र, मूर्तियाँ, शिल्प, लोक संगीत, विभिन्न प्रकार के भोजन के साथ-साथ यहाँ की वेशभूषा है।
– इस चोखी ढाणी गांव को इस तरह से बनाया गया है कि यहां घूमने के बाद आप एक लग्जरी होटल के साथ-साथ एक खूबसूरत और शांत गांव के माहौल को भी महसूस कर सकते हैं।
– चोखी ढाणी घूमने के बाद आप महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, जम्मू कश्मीर, केरल, राजस्थान सिक्किम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु आदि कई राज्यों की संस्कृति और झलक देख सकते हैं।
– चोखी ढाणी ग्राम मुख्यतः 1994 ई. में अस्तित्व में आया।
– जयपुर स्थित चोखी ढाणी गांव घूमने के बाद आप यहां ऊंट की सवारी, घोड़े की सवारी, हाथी की सवारी के साथ-साथ नाव की सवारी भी कर सकते हैं। इन सबके लिए आपको यहां अलग से पैसे देने पड़ते हैं, जो कि बहुत ही कम है।
– चोखी ढाणी गांव में जाने के बाद आप राजस्थान के अलग-अलग गांवों की जीवनशैली और वहां के लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीजों, झोपड़ियों आदि को बहुत करीब से महसूस और देख सकते हैं।
– चोखी ढाणी गांव में आप पौराणिक काल के बेहद लोकप्रिय शाही परिवार द्वारा उपयोग की जाने वाली प्राचीन इमारतें भी देख सकते हैं।