Reengus Ka Bheru Ji Temple Sikar Rajasthan In Hindi:- हिन्दू धर्म में लोक देवताओं की बहुत मान्यता है। विवाह के बाद इन लोक देवताओं के मंदिर में पहली बार धोंका लगाना, बच्चों का जात-मुड़ाना आदि करने की परंपरा है। राजस्थान में लोक देवताओं के अनेक मंदिर हैं। ऐसा ही एक मंदिर है सीकर जिले के रींगस कस्बे में भैंरू जी का मंदिर। रींगस के भैरूजी (Reengus ka Bheru ji) का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यह मंदिर प्रसिद्ध खाटू श्याम जी (Khatu Shyam) मंदिर से करीब 17 किलोमीटर दूरी पर रींगस कस्बे में है।
सीकर के रींगस कस्बे में स्थित भैरू बाबा मंदिर का इतिहास करीब 550 साल पुराना है. मान्यता है कि आकाशवाणी के बाद भैरू बाबा की मूर्ति रींगस में स्थापित की गई। कालाष्टमी के दिन मंदिर में विशेष अनुष्ठान किये जाते हैं। समय-समय पर यहां मेला भी लगता है। भैरूजी का यह स्थान अत्यंत प्राचीन है। इस मंदिर को लेकर जयपुर, सीकर, झुंझुनू, चूरू, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर आदि जिलों में काफी मान्यता है। अब यहां राजस्थान के बाहर से भी श्रद्धालु आते हैं। दरअसल, ये परिवार वे हैं जो राजस्थान से बाहर बसे हैं, लेकिन धार्मिक आस्था और विश्वास के चलते यहां आते हैं।
भैरव को भगवान शिव का पांचवां अवतार माना जाता है. नाथ सम्प्रदाय में इनकी पूजा का विशेष महत्व है. लोक जीवन में भगवान भैरव को भैरू महाराज, भैरू बाबा, मामा भैरव, नाना भैरव आदि नामों से जाना जाता है.
Reengus Ka Bheru Ji Temple Sikar Rajasthan In Hindi – रींगस का भेरू जी मंदिर सीकर राजस्थान
रींगस के भैरू जी महाराज को मसानिया भेरू जी के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान के लोक देवताओं में से एक रींगस के भेरुजी महाराज हैं। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर माना जाता है।
यह मंदिर सीकर, झुंझुनू, चूरू, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर की तुलना में जयपुर से अधिक नजदीक है। अब तो आते हैं भक्त राजस्थान के बाहर भी भक्तों का मेला लगता है, लेकिन धार्मिक आस्था और मान्यताओं के चलते वे यहां जरूर आते हैं। इनमें विवाह के बाद पहली बार मंदिर में आते हैं और गोत्र विवाह की परंपरा शुरू से चली आ रही है और बच्चों से जुड़े मुंडन फागण माह में यहां आते हैं। इस मंदिर में बाबा श्याम खाटू श्याम जी का मेला लगता है। कई श्रद्धालु रींगस से अपनी तीर्थयात्रा शुरू करते हैं।
Reengus Ka Bheru Ji Ka Itihas – रींगस का भेरू जी का इतिहास
हिंदू संस्कृति के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा के पांचवें मुख ने भगवान शिव की आलोचना की थी, जिसके बाद भगवान शिव ने पांचवें रुद्रावतार रूप में भैरव बाबा के रूप में अवतार लिया और अपने नाखून से भगवान ब्रह्मा के पांचवें मुख को अपने शरीर से अलग कर दिया। दिया था। तभी से भैरू बाबा पर ब्रह्म हत्या का श्राप लगा हुआ था। इससे मुक्ति पाने के लिए भैरू जी ने तीनों लोकों की यात्रा की। ऐसा माना जाता है कि भैरू जी की तीनों लोकों की यात्रा पृथ्वी पर रींगस से ही शुरू हुई थी।
पुजारी के पूर्वज मंडोर से यात्रा करते हुए रींगस पहुंचे। जहां हम तालाब के किनारे रात्रि विश्राम के लिए रुके। वहाँ उन्होंने अपने थैले से एक पत्थर की मूर्ति निकाली, उसकी पूजा की, भोजन किया और सो गये। सुबह जब वह जाने के लिए मूर्ति को उठाने लगा तो मूर्ति वहां से नहीं हिली और अचानक आकाशवाणी हुई। भविष्यवाणी में आकाशवाणी हुई कि ‘मैं आज उसी स्थान पर आया हूं जहां से मैंने ब्रह्मा की हत्या का प्रायश्चित करने के लिए पृथ्वी की पदयात्रा शुरू की थी और यहीं निवास करना चाहता हूं।’ इसके बाद पुजारी के पूर्वज गुर्जर प्रतिहार वहां रुक गए और भैरव बाबा की पूजा करने लगे।
भैरो बाबा के बारे में हमेशा कहा जाता है कि उनका परिवार गुर्जर जाति का होने के कारण उनके पूर्वज गाय चराते थे उस समय पुजारी के पूर्वज मंडोर जिले के निवासी थे पत्थर की गोल मूर्ति को भैरव बाबा के रूप में अपनी झोली में रखते थे गायों को को चलाते समय वह तालाब के किनारे रुक जाते थे जहां भी वे रुकते थे वहां भेरू जी की मूर्ति निकाल कर पूजा-अर्चना शुरू कर देते थे और फिर वहां से रवाना होते हुए मूर्ति उठाकर अपनी झोली में रख लेते थे फिर आगे के लिए रवाना हो जाते थे.
मंदिर तक कैसे पहुचे – MANDIR TAK KAISE PAHUCHE
सड़क मार्ग: रींगस शहर जयपुर-बीकानेर राजमार्ग पर स्थित है। ऐसे में हर शहर से बस सेवा उपलब्ध है। यह मंदिर यहां के बस स्टैंड से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग: रींगस में रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन मंदिर से दो किलोमीटर की दूरी पर है।
हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा जयपुर है। यह करीब 70 किलोमीटर दूर है. यहां से टैक्सी या बस द्वारा रींगस पहुंचा जा सकता है।
Reengus Ke Bheru Ji Ki Photos
Tags
Reengus Ka Bheru Ji Temple Sikar Rajasthan In Hindi, MANDIR TAK KAISE PAHUCHE, Reengus Ka Bheru Ji Ka Itihas, BHERU JI KA MNADIR Sikar, BHERUJI KA MANDIR, Sikar KA JEEN MATA MANDIR, Sikar MAIN BHERU JI KAMNDIR, REENGAS KE BHERUJI, REENGAS KE BHERUJI KA MANDIR, REENGAS MAIN KONSA MANDIR, जीण माता का इतिहास, जीण माता का मंदिर कहां है, जीण माता का मेला कहां लगता है, जीण माता के चमत्कार, Reengus Ke Bheru Ji Ki Photos,